भारत के Council of Ministers क्या हैं? संरचना, शक्तियाँ और संविधान में भूमिका | Explained in Detail
भारत की मंत्रिपरिषद: भूमिका, संरचना और संवैधानिक शक्तियाँ (Council of Ministers of India – Roles, Hierarchy, and Constitutional Provisions) भारत जैसे विविधता-पूर्ण लोकतंत्र में सरकार की रीढ़ मानी जाती है — मंत्रिपरिषद । यह केवल एक प्रशासनिक संस्था नहीं, बल्कि भारतीय कार्यपालिका की आत्मा है, जो नीतियों का निर्धारण करती है, शासन की दिशा तय करती है, और लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखती है। इस लेख में हम जानेंगे मंत्रिपरिषद की भूमिका, संरचना, संवैधानिक व्यवस्था, इतिहास, चुनौतियाँ और सुधार की संभावनाएँ — एक सहज, सरल और गहराई भरे दृष्टिकोण से। 🏛️ संविधान में मंत्रिपरिषद: मूलभूत आधार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 74 और 75 में मंत्रिपरिषद की व्यवस्था की गई है: अनुच्छेद 74(1) : राष्ट्रपति को उनके कर्तव्यों के निर्वहन में सहायता और सलाह देने के लिए एक मंत्रिपरिषद होगी, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री करेंगे। यह व्यवस्था लोकतांत्रिक उत्तरदायित्व की नींव रखती है। अनुच्छेद 75 : इसमें मंत्रियों की नियुक्ति, पद की अवधि, शपथ, वेतन और सामूहिक उत्तरदायित्व जैसी महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख है। ...